सिंगरौली

Singrauli news: महाराणा प्रताप की वीरता, शौर्य, त्याग, पराक्रम और दृढ़ प्रण के लिए उनका नाम इतिहास में अमर है: कैलाश विजयवर्गीय

महाराणा प्रताप की वीरता, शौर्य, त्याग, पराक्रम और दृढ़ प्रण के लिए उनका नाम इतिहास में अमर है: कैलाश विजयवर्गीय

महाराणा प्रताप की वीरता, बलिदान,त्याग के बारे आने वाली पीढ़ी को बताने की जिम्मेदारी हमारी है: विजयवर्गीय

जुड़ावा तालाब में स्थापित वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की प्रतिमा का मंत्री मध्यप्रदेश शासन नगरीय विकास एवं आवास ने गरिमामय समारोह में किया अनावरण

सिंगरौली -कलेक्ट्रेट कार्यालय परिसर के समीप स्थिति जुड़ावा तालाब में स्थापित वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की चेतक पर सवार प्रतिमा का आज समारोहपूर्वक मध्यप्रदेश शासन के नगरीय विकास एवं आवास, संसदीय कार्य विभाग मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के द्वारा पूरी गरिमा के साथ राज्यमंत्री मध्यप्रदेश शासन पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग श्रीमती राधा सिंह, सांसद डॉ. राजेश मिश्र, सिंगरौली विधानसभा के विधायक श्री राम निवास शाह, देवसर विधानसभा के विधायक श्री राजेन्द्र मेश्राम, महापौर श्रीमती रानी अग्रवाल, नगर निगम अध्यक्ष श्री देवेश पाण्डेय, प्राधिकरण अध्यक्ष दिलीप शाह, कलेक्टर श्री चन्द्रशेखर शुक्ला, पुलिस अधीक्षक श्री मनीष खंत्री, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष कांत देव सिंह, प्रदेश संगठन मंत्री करणी सेना शैलेन्द्र सिंह झाला, कृष्णा सिंह बुंदेला अध्यक्ष करणी सेना भोपाल, भाजपा जिलाध्यक्ष रामसुमिरन गुप्ता, के गरिमाय उपस्थिति में प्रतिमा का अनावरण किया गया। इस दौरान जमकर आतिशबाजी की गई। अनावरण होते ही महाराणा प्रताप की विशाल प्रतिमा सभी को दिखाई देने लगी।

इस अवसर पर मध्यप्रदेश शासन के नगरीय विकास एवं आवास, संसदीय कार्य विभाग मंत्री कैलाश विजयवर्गीय कहा कि आज हम लोगों को हमारी संस्कृति के प्रति पुन: जागरूक होने की आवश्यकता है। हम हमारी धरोहर को अपनी आने वाली पीढ़ी को बताते हैं इससे हमारा देश तरक्की करेगा। उन्होंने कहा कि मै जब भी इतिहास को पढ़ता हू तो लगता है कि अगर महाराणा प्रताप नही होते, शिवाजी महराज नही होते गुरू गोविंद सिंह जी नही होते तो हमारा देश कैसा होता हम इसकी कल्पना नही कर सकते। उन्होने कहा कि जब वीर मेवाड़ी महाराणा प्रताप अपने शत्रुओं के विरुद्ध खड़े होते थे, तब बड़े से बड़े योद्धा भी उनकी एक झलक मात्र से भयभीत हो जाते थे। महाराणा प्रताप ने जंगलो मे रह कर घास की रोटिया खाई लेकिन पराधीनता स्वीकार्य नही कि उन्होंने अपने मातृभूमि की रक्षा करे लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। यह आने वाली पीढ़ी को बताने की जिम्मेदारी हमारी है।

मंत्री श्री विजयवर्गीय ने कहा कि हमारे देश के वीर सपूत महाराणा प्रताप के बारे में जगह जगह छोटे छोटे नारो के माध्यम से उनके वीरता की कहानी, उनके बलिदान के बारे में लिखना चाहिए ताकि हमारे बच्चे आने पीढ़ी उनके वीरता बलिदान के बारे मे जान समझ सके। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप ने कभी हार नही मानी अपने अंतिम श्वास तक वे अपनी मातृभूमि की रंक्षा के लिए लड़ते रहे उनकी विजय गाथा को जन जन तक पहुचाने के लिए हमेशा प्रयासरत रहना होगा। उन्होंने कहा कि देश के गौरवशाली इतिहास को अंग्रेजो के चटुकार इतिहासकारो ने नही लिखा। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने इतिहासकारो को चुनौती दी है कि वे देश के इतिहास को सही ढंग से लिखे। उन्होंने कहा कि अकबर की महनता की गाथा इतहासकारो ने लिखा है लेकिन महाराणा प्रताप कि वीरगाथा उन्होंने नही लिखी।

मंत्री श्री विजयवर्गीय ने कहा कि मै आभारी हू अपने देश के यशस्वी प्रधानमंत्री जी का उनका संकल्प है कि भारत के इतिहास में अपना योगदान देने वाले हर एक बलिदानी की गाथा का जन जन तक पहुचाया जायेगा। ताकि देशवासी उनको श्रद्धा से याद कर उनके बलिदान के बारे में जान सके। प्रधानमंत्री जी ने बीरबाल दिवस मनाने की जो शुरूआत की है उसके लिए मै हृदय से धन्यवाद देता हू। समारोह में मंत्री श्री विजयवर्गीय ने जुड़ावा तालाब पार्क का नाम वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप पार्क करने की घोषणा की।

वही दिव्यांगो के लिए नगर पालिक निगम सिंगरौली द्वारा आयोजित विशेष भर्ती अभियान के तहत नगर निगम में चयनित 21 दिव्यांग अभ्यार्थियों को नगरीय विकास मंत्री के द्वारा नियुक्ति पत्र सौपा गया।इस अवसर पर पूर्व विधायक राम लल्लू बैस, सुभाष बर्मा, पूर्व महापौर श्रीमती प्रेमवती खैरवार, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्रीमती अर्चना सिंह, नगर परिषद बरगवा की अध्यक्ष प्रमिला बर्मा, प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष गिरीश द्विवेदी, बीरेन्द्र मिश्रा, एसडीएम राजेश शुक्ला, नगर निगम आयुक्त डी.के शर्मा, मेयर इन काउसिल के सदस्य एवं पार्षद गण सहित आम जन भारी सख्या में उपस्थित रहे।

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